Wednesday 1 May 2019

पिछले 21 महीनो से वेतन न मिलने से बेहाल मजदूर

कानपुर में बनी लाल इमली के मजदूरों को पिछले 21 महीनो से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर अपने हाथो में कटोरा लेकर भीख मांगकर अपना आक्रोश दर्ज करवाया। लाल इमली मिल के मजदूर सड़क से गुजर रहे राहगीर व सिटी बस में बैठे सवारियों को अपनी व्यथा बताकर उनसे भीख मांगी।

आज 1 मई को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन को पिछले 132 सालो से मनाया जा रहा है। आज ही के दिन दुनिया भर के मजदूरों के अनिश्चित काम के घंटो को 8 घंटे में बदला गया था। मजदूरों को काफी सहूलियत दी गयी लेकिन धीरे धीरे मिले बंदी की कगार पर पहुंच गयी जिससे मजदूरों को वेतन मिलने में दिक्कते होनी लगी जिसकी वजह से कई मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए और कई काल के गाल में समा गए।

मजदूर नेता आशीष पांडेय का कहना है की 21 महीनो से लाल इमली के मजदूरों को वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुका है। लाल इमली में काम करने वाले कई मजदूरों ने वेतन ना मिलने की वजह से आत्महत्या तक कर ली। आशीष पांडेय ने बताया की उन्होंने कपड़ा मंत्रालय की मंत्री स्मृति ईरानी से मिलकर उनको मजदूरों की समस्या से अवगत कराया था। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई मजदूर नेता ने मांग की है की लाल इमली के मजदूरों का जो वेतन और एरियर बकाया है उसका भुगतान किया जाए। स्मृति ईरानी ने कहा निराश ना हो लेकिन दो साल में कुछ नहीं हुआ बल्कि कटोरा हाथ में आ गया।

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