Friday 31 May 2019

कानपुर में लगातार घट रहा पानी- जिला सचिव को नहीं पड़ रहा कोई फर्क

कानपूर में बढती गर्मी के कहर से पानी का संकट बढ़ गया है. भैरवघाट पम्पिंग स्टेशन के पास गंगा का जलस्तर दो दिन में करीब एक फीट कम हुआ है. रविवार को भैरवघाट पंप के पास गंगा का जलस्तर 358 फीट से ज्यादा था जो की गुरुवार को 357 फीट के करीब रिकॉर्ड हुआ. लगातार कम हो रहे जलस्तर से कानपुर की करीब 20 लाख आबादी को पेयजल संकट से जूझना पड़ सकता है.

बता दें कि भैरवघाट पम्पिंग स्टेशन से ही कानपुर को 250 एमएलडी जलापूर्ति होती है. पम्पिंग स्टेशन को चलने के लिए गंगा का जलस्तर 355 फीट तक होना चाहिए. इससे नीचे आने पर पंप ठप हो सकता है. इस समस्या से निपटने के लिए जल संस्थान मार्च से ही गंगा में बंधा बनाने का काम शुरू कर देता है, पर अभी तक ऐसा नहीं किया जा सका है. जिससे कानपुर की आधी आबादी पर पानी का संकट मंडरा रहा है. इस पम्पिंग स्टेशन से जल संस्थान रोजाना 20 करोड़ लीटर कच्चा पानी शोधन के लिए लेता है. वहीं जल संस्थान के सचिव रामबाबू राजपूत ने कहा कि अभी गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है, ऐसी कोई समस्या नहीं देखने को मिल रही हैं.

जल सचीव आर बी राजपूत को लगता है एसी दफ्तर में बैठे रहने से भीषण गर्मी और लगातार कम हो रहे गंगा के जलस्तर का अंदाजा नहीं है, क्योंकि बंधा बनने में ही करीब डेढ़ महीने का समय लगता है. अगर गंगा का जलस्तर आने वाले दिनों में गिरता है तो जलसंकट से निपटने के लिए जल विभाग किस तरह निपटता है. इसका जवाब किसी के पास नहीं है.

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