Sunday 30 June 2019

राम मंदिर निर्माण के लिए होगा अनुष्ठान , दक्षिण भारत के संत माने जा रहे महत्वपूर्ण

राम नगरी अयोध्या में आंध्र प्रदेश के विजयनगरम व विशाखापट्टनम से आए करीब 5 दर्जन से अधिक श्रद्धालु व संतों ने श्री रामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीमद् बाल्मीकि रामायण के परायण का अनुष्ठान शुरू कर दिया है। इस अनुष्ठान के पहले दिन श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोचार के बीच आराध्य का षोडशोपचार पूजन किया। इसके उपरांत रामायण का सामूहिक परायण शुरू किया। राम मंदिर निर्माण के लिए दक्षिण भारत के संतों का अनुष्ठान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह अनुष्ठान राम नगरी के अशर्फी भवन में चल रहा है जिसका समापन 7 जुलाई को होगा।

राम मंदिर के अनुष्ठान के लिए दक्षिण भारत के विजयनगरम व विशाखापट्टनम के करीब 5 दर्जन से अधिक श्रद्धालु व संत अयोध्या पहुंचे हैं जो अशर्फी भवन में नौ दिवसीय श्रीमद् बाल्मीकि रामायण के परायण का अनुष्ठान कर रहे हैं। यह अनुष्ठान राम मंदिर निर्माण के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भगवान श्री सीताराम का कल्याण महोत्सव यानी कि विवाहोत्सव का आयोजन पूरी भव्यता के साथ हो रहा है। राम नगरी के असर्फी भवन में श्री राम सेवा समिति नई दिल्ली के तत्वाधान में शुरू हुए दो दिवसीय अनुष्ठान की पूर्णाहुति 6 जुलाई को गायत्री रामायण के श्लोकों से हवन पूजन के साथ होगी। इसके उपरांत 7 जुलाई को प्रभु श्रीराम का राज्याभिषेक यानी पट्टाभिषेक समारोह संतों महंतों की उपस्थिति में होगा। इससे पहले अशर्फी भवन के पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री धराचार्य महाराज की अध्यक्षता में आयोजित इस अनुष्ठान के आयोजक व सेवा समिति के प्रबंध ट्रस्टी डॉ उलमरी वेंकट सोमाउजुल की अगुवाई में सनातन धर्म के रक्षार्थ और विश्व कल्याण के अलावा श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण और 108 श्रीमद् बाल्मीकि रामायण के परायण का संकल्प लिया गया। प्रत्येक 24 परायण के उपरांत भगवान का पट्टाभिषेक समारोह का आयोजन किया गया है। इसी तरह 108 परायण की पूर्णता पर भगवान का महासाम्रज्यभिषेक समारोह भी किया जाएगा।

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