Monday 24 June 2019

उधमसिंह नगर में पड़ गया रेबीज के इंजेक्शन का अकाल

उधमसिंह नगर जिले के अस्पतालों में बीते कई सप्ताह से मरीजों को एंटी रेबीज के इंजेक्शनों की कमी की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में मात्र 55 एंटी रेबीज के इंजेक्शन बचे हैं इसके अलावा जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन नही हैं। निजी दवाखानों में भी इंजेक्शन की उपलब्धि नहीं हैं। जिसके चलते लोगों को रेबीज के इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं।

आपको बता दें कि गर्मी और बरसात के मौसम में आवारा कुत्तों और बंदरों के काटने के मामले अक्सर बढ़ जाते हैं। ऐसे में पीड़ितों को एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। लेकिन जिले भर के अस्पतालों में वैक्सीन उपलब्ध ना होने के चलते घायलों को तुरंत इलाज नहीं मिल पा रहा है। पिछले दिनों हल्द्वानी के वनफूलपूरा क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक लोगों को आवारा कुत्तों ने काट लिया था। अब उधमसिंहनगर के अस्पतालों में भी एंटी रेबीज के इंजेक्शन नही हैं। जिसमें जिले के काशीपुर, रुद्रपुर व खटीमा के बड़े अस्पतालों में से सिर्फ रुद्रपुर के अस्पताल में मात्र 55 वैक्सीन है वो सिर्फ बीपीएल राशन कार्ड धारकों को दिये जा रहे हैं। जिले के सीएससी अस्पतालों के हालात और ज्यादा खराब हैं. जहां पर पिछले कई सप्ताह से रेबीज की वैक्सीन उपलब्ध ही नहीं हैं। यही नहीं निजी मेडिकल स्टोरों पर भी एंटी रेबीज के इंजेक्शनों का अकाल पड़ा हुआ है।

वहीं जिले की सीएमओ शैलजा भट्ट ने बताया कि रेबीज के वैक्सीन की कमी प्रदेश स्तर पर बनी हुई है। जिला अस्पताल में कुछ व्यवस्थाएं की गई हैं। वहीं अन्य अस्पतालों में वैक्सीन नहीं है। साथ ही बताया कि बाजारों से भी रैबीज की वैक्सीन गायब है। जिसके चलते अन्य विकल्पों के जरिए अस्पतालों में वैक्सीन उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।

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