प्राचीन समय में एक भाई दूसरे भाई की ख़ुशी के
लिए अपनी जान भी दाव पे लगा दिया करता था जैसे रामायण में में
राम और लक्ष्मण , महाभारत
में करण और अर्जुन आदि , पर अब तो कलयुग हैं । जहां एक भाई दूसरे भाई के खून का प्यासा हो जाता हैं . उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के जिले
का घटना सामने आयी हैं ।
थाना
मिर्जापुर के तारा गांव के रहने वाले प्रदीप की खून से लथपथ लाश 31
जनवरी 2018 को सड़क के किनारे मिली थी । लाश मिलने पर मृतक के भाई और परिवार के लोगों ने लाश को सड़क पर
रखकर प्रदशन लगा दिया था । उस वक्त परिजनों ने सड़क
दुर्घटना से मौत होने की बात कही थी ।
लेकिन पुलिस की तफ्तीश में जो खुलासा हुआ उसने
गॉव वालों और प्रदीप के परिजनों को सदमे में दाल दिया था। पुलिस की मानें तो मृतक
प्रदीप ने 24 लाख रुपए का अपना बीमा करवाया था और अपने छोटे
भाई कुलदीप को नॉमिनी बनाया था। बीमा कराने के कुछ महीने बाद ही कुलदीप के मन में
लालच के भावना आने लगी थी और उसने अपने एक
दोस्त के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया।
वहीं ये सब दिखना उस बूढी माँ के लिए कितना
दर्दनाक होगा जिसने अपने दोनों ही बेटो को खो दिया फ़िलहाल तो
कुलदीप को
न भीमे के पैसे न तो जिंदगी मिली और वे अब अपनी पूरी जिंदगी अपने ही भाई की
खून का इल्जाम लेकर जेल में सड़ेगा वही ये
सब दिखना उस बूढी माँ के लिए कितना दर्दनाक होगा जिसने अपने दोनों ही बेटो को खो
दिया पुलिस ने कुलदीप पर उसके दोस्त को
जेल में दाल दिया हैं।
खो दिया फ़िलहाल तो कुलदीप को
न भीमे के पैसे न तो जिंदगी मिली और वे अब अपनी पूरी जिंदगी अपने ही भाई की
खून का इल्जाम लेकर जेल में सड़ेगा वही ये
सब दिखना उस बूढी माँ के लिए कितना दर्दनाक होगा जिसने अपने दोनों ही बेटो को खो
दिया पुलिस ने कुलदीप पर उसके दोस्त को
जेल में दाल दिया हैं ।
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