नई दिल्ली: रामगढ़, बोकारो और रांची में आतंक फ़ैलाने वाले बाजीराम महतो को बुधवार की रात को रामगढ पुलिस ने ढेर कर दिया। पुलिस ने दावा किया है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि बाजीराम कुजू ओपी क्षेत्र और बोकारो जिले के महुआ टांड थाने के सीमावर्ती क्षेत्र में पीएलएफआई के जोनल कमांडर बाजीराम और उसके गैंग के कुछ लोग किसी घटना को अंजाम देने आय हुए हैं। इसी सूचना के आधार पर एसपी निधि द्विवेदी के निर्देश पर एसपी अभियान गुलशन तिर्की, रजरप्पा थाना प्रभारी कमलेश पासवान, रामगढ़ थाना प्रभारी लिलेश्वर महतो के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बाजीराम का पीछा किया। चमारी डेरा के जंगल में पुलिस की मुठभेड़ बाजीराम से हो गई। बाजीराम के गैंग ने पुलिस पर पहली गोली चलाई और फिर जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे ढेर दिया। उसके पास से पुलिस ने दो देसी कट्टा, गोली, मोबाइल, बाईक व अन्य सामान बरामद किये हैं। इस मुठभेड़ में बाजीराम गैंग के अन्य सदस्य फरार होने में सफल रहे। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
एसपी निधि द्विवेदी ने बताया कि बाजीराम मूल रूप से वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के लाइयो का निवासी था। उसने रामगढ़, गोला, चरही, सिल्ली, रांची, पेटरवार इलाके में दर्जनों अपहरण, हत्या रंगदारी जैसी संगीन घटनाओं को अंजाम दिया था। वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र में अपने मामा व सीपीआई नेता बालेश्वर महतो की हत्या कांड, गोला प्रखंड प्रमुख जलेश्वर महतो अपहरण कांड, रजरप्पा क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य में लगी क्लासिक इनजीकॉम की 11 गाड़ियों को रंगदारी के लिए जलाने, गोला और रजरप्पा थाना क्षेत्र में बम, हथियार के साथ व्यवसायियों को धमकाने जैसे मामले को बाजीराम ने अंजाम दिया था। इस घटना के बाद रामगढ़ पुलिस ने तत्काल फोरेंसिक टीम को सूचना दी। मौके पर रांची से पहुंची टीम ने घटना स्थल से सबूतों का सैंपल लिया। इसके मौके पर बतौर दंडाधिकारी मांडू सीओ राकेश कुमार श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
No comments:
Post a Comment