Thursday 7 February 2019

घुसखोर बाबु ने बुजुर्ग से ऐंठे ढाई हजार रुपए

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कहने को तो साफ़ और सुथरी है लेकिन योगी के राज्य में आज भी किसी बेटी के बाप को उसका हक नही मिल रहा। अमेठी के समाज कलयाण विभाग में 70 किलोमीटर दूर से आने वाले गरीब बुजुर्ग से रिश्वत मांगी गयी। और रिश्वत न देने पर राज्य सरकार की तरफ से मिलने वाले अनुदान के कागजात को भी फाड़ डाला।

अमेठी के अल्पसंख्यक विभाग में तैनात बाबू ने शादी अनुदान देने के लिए एक बुजुर्ग को 70 किलोमीटर दूर से बुलाया। बेचारा बुजुर्ग चार घंटे सफर करने के बाद साइकिल से विभाग में तैनात बाबू के पास पहुँचा तो बाबू ने अपने कनीज के माध्यम से ढाई हजार रुपए घूस के मांगे। बुजुर्ग ने जब पैसा न होने का हवाला दिया तो बाबू ने उसके कागज फाड़ कर बाद में बजट ना आने का हवाला देते हुए बैरंग वापस कर दिया। इतना ही नही अपनी चोरी छुपाने के लिए बाबू राजकुमार ने उस कागज को भी फाड़ दिया जिसपर बुजुर्ग ने फोन करने वाले का नंबर लिखा था।
           शुकुलबाजार थाना क्षेत्र के ऊंचागांव में रहने वाला गरीब बुजुर्ग समसुद्दीन ने कर्ज लेकर एक साल पहले अपनी बेटी शाहीन की शादी कर्ज लेकर इस उम्मीद से की थी कि राज्य सरकार से मिलने वाले अनुदान से कर्ज चुका देंगे। जिसके लिये शादी से पहले समसुद्दीन ने राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही अनुदान के लिए बकायदा आवेदन भी किए गए थे। जिस उम्मीद के साथ आवेदन किए गए थे उसका समय भी आ गया है। एक दिन पहले कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने समसुद्दीन को फोन किया और कहा कि आप के शादी के अनुदान का पैसा आ गया है। और आप अपने सारे कागजात लेकर कार्यालय आ जाइये।

आफिस से फोन आते ही बुजुर्ग मुस्लिम सुबह ही अपने घर से जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर से गरीब बुजुर्ग साइकिल से अपने सारे कागजात लेकर ऑफिस पहुँचा और सारे कागजात जो उसके पास फोन किये थे बाबू राजकुमार को लेकर दे दिया। बाबू राजकुमार ने कागज मिलते ही शादी अनुदान देने के लिये कर्मचारी के माध्यम से ढाई हजार रुपए घूस देने की मांग की जब समसुद्दीन ने पैसे न होने का हवाला दिया तो उसके सारे कागजात फाड़ डाले और बाद में आने का हवाला देते हुए ऑफिस से निकाल दिया।

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