Monday 22 April 2019

श्रीलंकाः कोलंबो बस स्डैंड पर मिले 87 डेटोनेटर, राष्ट्रपति ने पूरे देश में इमरजेंसी का किया ऐलान

श्रीलंका में रविवार को चर्चों और होटलों में हुए धमाकों में 7 फिदायीन हमलावर शामिल थे। धमाकों में मरने वालों की संख्या 290 पहुंच गई है। मृतकों में जेडीएस के चार नेताओं समेत छह भारतीय शामिल हैं। कुल 33 विदेशी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। 500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने इमरजेंसी की घोषणा कर दी। यह सोमवार आधी रात से लागू होगी।

इन धमाकों के पीछे स्थानीय कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) का हाथ माना जा रहा है। श्रीलंका सरकार में मंत्री रंजीता सेनारत्ने ने बताया, ''धमाकों में शामिल सभी फिदायीन हमलावर श्रीलंका के नागरिक थे। राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख ने 11 अप्रैल से पहले ही इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) को हमलों को लेकर चेतावनी दी थी। इन हमलों के पीछे विदेशी लिंक भी हो सकता है।''


जेडीएस के तीन नेता लापता
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि श्रीलंका दौरे पर गए 7 जेडीएस कार्यकर्ताओं में 4 की मौत हो गई है। उन्होंने ट्वीट किया, ''मैं कोलंबो हमले में जान गंवाने वाले हमारे लोगों के लिए दुखी हूं। दौरे पर गए 7 लोगों में चार लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में लक्ष्मण गौड़ा रमेश, केएम लक्ष्मीनारायण, एम रंगप्पा और केजी हनुमनथरायप्पा शामिल हैं।''

अब तक 24 संदिग्ध गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में अब तक 24 संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, किसी भी आतंकी संगठन ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली। रविवार देर रात पुलिस को कोलंबो एयरपोर्ट के पास छह फीट लंबा पाइप बम मिला। इसे एयरफोर्स ने डिफ्यूज कर दिया।

स्थानीय स्तर पर बना था बम
एयरफोर्स के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन गिहान सेनेविरत्ने ने बताया कि एयरपोर्ट पर मिला आईईडी स्थानीय स्तर पर बना था। बम के मिलने के बाद एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। श्रीलंका की एयरलाइन कंपनियों ने भी कड़ी सुरक्षा जांच के चलते यात्रियों को फ्लाइट के उड़ान भरने से चार घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने के निर्देश जारी कर दिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने की निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और पीएम रानिल विक्रमसिंघे से बात की। साथ ही ट्वीट कर घटना की कड़ी निंदा की। मोदी ने कहा कि हमारे क्षेत्र में बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने मृतकों और घायलों के परिवारों के साथ संवेदना जताई।

भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
+94777903082, +94112422788,+94112422789, +94112422789

कोलंबो में हुआ था पहला धमाका
पहला धमाका कोलंबो के कोच्चिकड़े स्थित सेंट एंथनी चर्च में हुआ, इसके बाद नेगोंबो के कटुवपिटिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टीकलोआ स्थित चर्च में धमाके हुए। इनके अलावा कोलंबो के फाइव स्टार होटलों शांगरी ला, किंग्सबरी और सिनेमन ग्रैंड में भी ब्लास्ट हुए। आठ में से शुरुआती छह धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8:45 बजे हुए। बाकी दो धमाके दोपहर में दो से ढाई बजे के बीच कोलंबो में हुए।

पुलिस प्रमुख ने 10 दिन पहले दी थी चेतावनी
श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पुजुत जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘‘एक विदेशी खुफिया एजेंसी ने कहा है कि नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) देश के प्रमुख चर्चों और कोलंबो के भारतीय उच्चायोग पर आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है।’’

कट्टरपंथी संगठन है एनटीजे
एनटीजे श्रीलंका का कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है। यह पिछले साल उस वक्त चर्चा में आया था जब उसने बुद्ध की मूर्तियों को तोड़ा था।

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