Friday 15 February 2019

पुलवामा के आतंकी हमले की दिल देहला देने वाली दास्तां

जम्मू कश्मीर के पुलवामा इलाके में गुरुवार शाम सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। जिसमें सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए हैं। श्रीनगर से जम्मू हाइवे लाथपोरा में एक फिदायीन आतंकी ने 350 किलो विस्फोटकों से भरी एसयूवी से सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया। तभी एक आत्मघाती आतंकवादी ने विस्फोटक से भरी अपनी कार जवानों की बस से भिड़ा दी। इस बस में 39-44 के बीच जवान सवार थे। उस बीच विस्फोट के चपेट में आई दो बसों में से आतंकियों ने सीआरपीएफ जवानों के एक बस के परखच्चें उड़ा दिए। 78 वाहनों के काफिले में 2547 जवान में से ज्यादातर जवान छुट्टी खत्म होने के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे। इस विस्फोट के दरमियां कश्मीर के आतंकियों ने 14 साल बाद कार बम का इस्तेमाल किया है। आतंकवादियों ने जिस स्थान पर घटना को अंजाम दिया है वह लाथपोरा के कमांडो ट्रेनिंग सेंटर से ज्यादा दूर नहीं है। वहां पहले भी आतंकवादियों ने 31 दिसंबर 2017 को हमला किया था। इसमें सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे।

 आतंकियों का यह काफिला जम्मू से तड़के साढ़े तीन बजे चला था और माना जा रहा था कि इसे सूरज ढलने तक श्रीनगर पहुंचना था। बता दें कि इस खौफनाक मंजर को अंजाम देने वाला पुलवामा का ही आदिल अहमद डार था। डार एक साल पहले जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। पुलवामा हमले के कुछ मिनट बाद ही मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर एक युवक की तस्वीर और दो वीडियो सर्कुलेट होने लगे। इन दोनों वीडियो में इस युवक ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इनमें से एक वीडियो कश्मीरी और दूसरा उर्दू में था। इस वीडियो में आदिल के 'शहादत' का संदेश था। ऐसा लगता है कि ये दोनों वीडियो हमले से पहले जैश-ए-मोहम्मद ने रिकॉर्ड किए थे।

 इस हमले ने न केवल कश्मीर में कोहरम मचाया बल्कि पुरे देश भर को हरकत में ला खड़ा किया है। इस खुनी खेल के मंजर के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की। वहीं सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गाबा, खुफिया ब्यूरो (आईबी) के निदेशक राजीव जैन, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आर आर भटनागर से भी बातचीत की और उन्हें जरूरी निर्देश दिये। इस मंजर के बाद गृह मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है।

इस दौरान पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला घृणित कृत्य है। ‘मैं इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे वीर सुरक्षा कर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा।’
साथ ही साथ इस हमले पर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पीसी करते हुए कहा कि आतंकी हमले का मकसद देश को विभाजित करना है। यह हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला है। दुख की इस घड़ी में पूरा का पूरा विपक्ष देश और सरकार के साथ खड़ा है। वहीं राहुल के साथ पीसी कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में हम देश के साथ खड़े हैं।


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